अखिल राजस्थान परशुवंशीय आदि गौड़ ब्राह्मण महासभा, पुष्कर
जय रेणुका नंदन सहस्त्रार्जुन निकंदन भृगुवरं॥
अखिल राजस्थान परशुवंशीय आदि गौड़ ब्राह्मण महासभा की अधिकारिक वेबसाइट में आपका स्वागत है.
इस वेबसाइट को बनाने का हमारा उद्देश्य समाज को डिजिटल राह की और प्रशस्त करने का है. वर्तमान समय में इन्टरनेट एक आवश्कता एवं संचार के प्रमुख स्त्रोत भी बन गया है. इस वेबसाइट के द्वारा हमारा प्रयास रहेगा की समाज के बन्धु समाज में हो रही किसी भी कार्यकर्म से वंचित ना रहे एवं समय समय पर समाज में हो रही गतिविधियों की जानकारी मिलती रहे साथ ही इस वेबसाइट के द्वारा संभी 6 मंडलों के सदस्यों का ऑनलाइन विवरण भी इसमें समावित किया गया है जिसके बहुत से फायदे भविष्य में होंगे.
अध्यक्ष की कलम से
मेरे प्रिय सामाजिक बंधुओ,
सप्रेम नमस्कार।
आप सभी ने जिस विश्वास और उत्साह के साथ मुझे अखिल राजस्थान आदि गौड़ परशुवंशिय ब्राह्मण महासभा पुष्कर के सभापतिे पद के लिए चुना उसके लिए में आप सभी बंधुओ का आभार वयक्त करता हूँ।मैंआप सभी को भरोसा दिलाता हूँ की मैं समाज के विकास के लिए सदैव तत्पर रहूँगा और आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूँगा।समाज में भाईचारा और सोहाद्र का वातावरण तैयार करने का प्रयास करूँगा।युवा समाज का भविष्य है और वरिष्ठजन प्रेरणा स्रोत है अतः समाज में नए सदस्य जोड़कर युवाओ की भागीदारी बढ़ाने का प्रयास जारी है और आगे भी जारी रखा जाएगा सामाज में शैक्षणिक विकास तथा महिला उत्थान का कार्य भी प्राथमिकता से किया जाएगा । उपरोक्त सभी कार्यो में आप सभी के सहयोग की कामना करता हूँआपका
ओम प्रकाश तिवारी
सचिव साहब के विचार
प्रिय बंधुओ।
सादर नमन। आप सभी का अखिल राजस्थान परशुवंशीय आदि गौड़ ब्राह्मण महासभा, पुष्कर में स्वागत है। महासभा आप सभी की पहचान है, आप सब का एक मूर्त रूप है। कार्यकारिणी का प्रथम उद्देश्य है सभी स्वजनों को एक करना, जिसके लिए प्रयास जारी है और रहेंगे।
“एक संगठन नेक संगठन”
“संघे शक्ति कलियुगे”
वर्तमान समय मे सम्पूर्ण जगत एकीकृत हो गया है और उसका प्रभाव व्यक्ति की सोच , घर, परिवार एवं समाज मे भी आया है। हम सबको पुरातन का मान रखते हुवे नवीन विचारधारा का समावेश करते हुए प्रगति पथ पर बढ़ना है।
वर्तमान में आत्मनिर्भरता अति आवश्यक है, चाहे व्यक्ति हो या संस्था। इस हेतु सर्वप्रथम आप सभी स्वयं को सक्षम बनाते हुवे ऊंचाइयों के शिखर को छुए साथ ही अपनी जड़ों, संस्कारो एवं परिवारों से भी जुड़े रहे, इसके लिए जरूरी है स्त्री शिक्षा में वृद्धि, कुरीतियों का समापन एवं नवीन विचारो का समावेश।
हमारा प्रयास है कि हम सर्वप्रथम महासभा को आर्थिक रूप से सक्षम बनाये ताकि उसके उपरांत कार्यकारिणी की भावी योजनाए यथा सामूहिक बीमा, सामूहिक विवाह, सामाजिक परिचय सम्मेलन, समाज के विद्वान जनो का सम्मान, कुरीतियो का समापन आदि को मूर्त रूप दिया जा सके और सभी के सहयोग से वर्तमान परिपेक्ष्य में व्याप्त समस्याओ का निराकरण किया जा सके।
बाल कृष्ण शर्मा “काक “